शिकायत ये नहीं कि तुम चले गए...
शिकायत तो ये है कि जाते जाते अलविदा भी न कह गए।
माना हम इस काबिल नहीं के तुम्हें पा सकते...
पर क्या इस लायक भी नहीं के तेरे जाने का तुमसे जान पाते।
सफ़र है येह जिंदगी का जानते हैं...
अकेले चले थे अकेले जाना होगा।
मंजिल तो मौत है और रास्ते अनेक...
पर हर राह पे कोई हमसफ़र होगा..
इस मोड़ पे तुम तो अगले पे कोई और होगा।
गम यह नहीं के छुट गया साथ...
गम यह है की तेरा अलविदा सुन पायें हमे तो इस लायक भी न समझा।
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