एक दर्द बस यूँही सीने से लगाए बैठे हैं.. एक तस्वीर यूँही सजाए बैठे हैं... हैं करीब वो और ज़िन्दगी हसीं बहुत.. फिर भी नजाने क्यों यह ख्याल लिए बैठे हैं... चंद अल्फाज़ निकले इस जुबां से.. बस इसलिए दर्द का दामन पकडे बैठे हैं... एक दर्द बस यूँही सीने से लगाए बैठे हैं... Ek dard bus yunhi seene se lagaye baithe hain.. Ek tasveer yunhi sajaye baithe hain... Hain kareeb wo aur zindagi haseen bahut... Fir bhi na jane kyun yeh khayal liye baithe hain.. Chund alfaaz nikle is jubaan se.. Bus isliye dard ka daaman pakde baithe hain... Ek dard bus yunhi seene se lagaye baithe hain...
I, Me, Myself!!!