वक़्त, नाजाने कितने ही जाने अंजाने सवालों के जवाब छुपाये बैठे हो तुम...
कुछ सवाल तो हम भी भूले बैठे थे, नाजाने क्यों वो सवाल याद दिला जाते हो तुम।
मुस्कुराते हुए बैठे थे हम, नाजाने कहाँ से आँखों के किनारे वो एक आंसू ले आते हो तुम...
वक़्त, नजाने कितने ही सवालों के जवाब छुपाये बैठे हो तुम।।।
Waqt, najane kitne hi jane anjane sawalon ke jawab chupaye baithe ho tum...
Kuch sawal to hum bhi bhule baithe the, najane kyun wo sawal yaad dila jate ho tum...
Muskurata huye baithe the hum na jane khan se aankhon ke kinare wo ek aansu le aate ho tum..
Waqt, najane kitne hi sawalon ke jawab chupaye baithe ho tum!!!
Comments
Post a Comment